Mission indradhanush yojana|मिशन इंद्रधनुष योजना|mission indradhanush scheme UPSC|
मिशन इंद्रधनुष योजना |
•उस स्थान को ज्यादा बल दिया जाता है जहां पर टीकाकरण का प्रतिशत कम है|
•गर्भवती महिलाएं जिन्हें नियमित टीकाकरण कार्यक्रम के तहत शामिल नहीं किया गया है वे भी इस योजना में शामिल है|
•इसे वर्ष 2014 में पुनः आरंभ किया गया जिससे इन लोगों को जड़ से खत्म करने में यह योजना कारगर हो सके|
•इस योजना के तहत सभी टीके आंगनबाड़ी केंद्रों एवं स्वास्थ्य केंद्रों पर निशुल्क उपलब्ध कराया जाता है|
•जहां बच्चों का टीकाकरण नहीं हो पाया है वहां कैचप अभियान को शुरू किया गया है|
•इस योजना हेतु WHO,UNICEF और रोटरी इंटरनेशनल इत्यादि द्वारा सहायता प्रदान की जाती है|
•सरकार ने देश भर के 28 राज्यों के 201 जिलों को लक्षित किया है, जहां टीकाकरण बहुत कम मात्रा में हुआ है या टीकाकरण से वंचित बच्चों की संख्या अधिक है|
•मिशन इंद्रधनुष को कौन छह चरणों को पूरे देश में 554 जिलों को कवर करते हुए पूरा कर लिया गया|
सघन मिशन इंद्रधनुष (IMI):-
•IMI(1.)-
इसमें वर्ष 2017 में 2 वर्ष तक की आयु वाले बच्चे और सभी गर्भवती महिलाओं को शामिल करने के लिए से आरंभ किया गया था|
•IMI (2.)-
वर्ष 2019 में सभी उपलब्ध टीको को पहुंच सुनिश्चित करने के लिए चिन्हित जी लो और प्रखंडों में बच्चों और गर्भवती महिलाओं के कवरेज को गति प्रदान करने के लिए शुरू किया गया था|
•IMI(3.)-
इसे फरवरी 2021 में आरंभ किया गया जिसमें देश के सभी जिलों में 90 परसेंट टीकाकरण प्राप्त करने का लक्ष्य रखा गया है|
•इस मिशन में उन बच्चों और गर्भवती महिलाओं पर विशेष ध्यान दिया जाएगा जिसे कोविड-19 महामारी के दौरान टीका करण नहीं हो पाया था|
•इसमें दुर्गम क्षेत्रों के लोगों को भी लक्षित किया जाएगा|
•इसमें जिलों को कम जोखिम, मध्यम जोखिम और उच्च जोखिम वाले जिलों में बांटा गया है|
•मिशन इंद्रधनुष के प्रथम चरण से अब तक 37•64 मिलियन बच्चो और 9•46 मिलियन गर्भवती महिलाओं का टीकाकरण किया जा चुका है|